Dream 11, MPL या binary trading अपने यूजर के द्वारा ही पैसे कमाती हैं। यहां यह लोग अपने प्लेटफार्म पर टूर्नामेंट, फैंटसी गेम या मैच प्रेडिक्शन (भविष्यवाणी) जैसे खेल अपने यूज़र को खेलने का मौका देते है। इन खेलो में बड़े-बड़े इनाम भी रखे जाते है, जो रैंकिंग के हिसाब से बांट दिया जाता है। लेकिन यूजर को इन खेलों में भाग लेने के लिए कुछ राशि जमा करनी होती है एंट्री फीस के नाम पर। और जो भी टोटल पैसा जमा होता है एंट्री फीस के नाम पर उसमे से ही इमाम दिया जाता है, और बचा हुआ पैसा इन अप्प्स और वेबसाइट की कमाई हो जाती है।
जैसे समझ लेते हैं एक क्रिकेट मैच चल रहा है जिसमें किसी ऐप के अंदर प्रेडिक्शन गेम शुरू किया गया है, और इसमें इनाम दिया जाने वाला है 5 करोड रुपए का। और इसका एंट्री फीस ₹50 है। अब अगर इस गेम को खेलने के लिए 20 से 25 लाख लोग भी एंट्री फीस जमा करते हैं तो यहां टोटल जमा राशि 12.5 करोड़ हो जाती है। अब मैच खत्म होने पर जो भी रैंक के हिसाब से ऊपर आएंगे उनमें 5 करोड रुपए की राशि वितरित कर दी जाएगी और बचे हुए 7.5 करोड़ रुपए इस ऐप और वेबसाइट की कमाई हो जाएगी। इस तरह बैठे-बिठाए इन एप्स और वेबसाइट की अच्छी खासी कमाई हो जाती है। Dream11 मुख्यतः इसी तरीके से कमाता है।
वहीं अगर बात करें MPL की तो यहां भी कुछ इसी तरह से कमाई की जाती है या यहां 2 या 2 से अधिक लोग आपस में अलग-अलग तरह के गेम खेलते है। यहां अगर दो लोग किसी एक गेम को खेल रहे हैं और दोनों ने 10-10 रुपये इस खेल में लगाए है, तो हारने वाले को तो कुछ नही मिलेगा पर जीतने वाले को ₹20 की जगह ₹16 ही दिया जाता है, और बचा हुआ ₹4 MPL की कमाई हो जाती है। ऐसे अगर MPL 1 लाख गेम खेलवा लेता है, तो उसे 4 लाख रुपए की कमाई हो जाती है।
वही अगर बात करे binary trading apps या website की तो, इनके पैसे कमाने का भी लगभग वही तरीका है। जब कोई यूजर किसी चीज़ में पैसे लगता है, तो अगर ग्राफ नीचे जाता है, तो यूजर पैसे हर जाता है। लेकिन अगर ग्राफ ऊपर जाता है और इससे जब यूजर की कुछ कमाई होती है, तो वह ट्रेडिंग अप्प या वेबसाइट उसी कमाई में से अपना कुछ कमीसन काटकर उसे यूजर को पैसे दे देता है।
कुल मिलाकर यह सारी एप्स और वेबसाइट अपने एक यूज़र से पैसे लेकर दूसरे यूजर को देती है, और इसमें खुद भी कम आती है।
जैसे समझ लेते हैं एक क्रिकेट मैच चल रहा है जिसमें किसी ऐप के अंदर प्रेडिक्शन गेम शुरू किया गया है, और इसमें इनाम दिया जाने वाला है 5 करोड रुपए का। और इसका एंट्री फीस ₹50 है। अब अगर इस गेम को खेलने के लिए 20 से 25 लाख लोग भी एंट्री फीस जमा करते हैं तो यहां टोटल जमा राशि 12.5 करोड़ हो जाती है। अब मैच खत्म होने पर जो भी रैंक के हिसाब से ऊपर आएंगे उनमें 5 करोड रुपए की राशि वितरित कर दी जाएगी और बचे हुए 7.5 करोड़ रुपए इस ऐप और वेबसाइट की कमाई हो जाएगी। इस तरह बैठे-बिठाए इन एप्स और वेबसाइट की अच्छी खासी कमाई हो जाती है। Dream11 मुख्यतः इसी तरीके से कमाता है।
वहीं अगर बात करें MPL की तो यहां भी कुछ इसी तरह से कमाई की जाती है या यहां 2 या 2 से अधिक लोग आपस में अलग-अलग तरह के गेम खेलते है। यहां अगर दो लोग किसी एक गेम को खेल रहे हैं और दोनों ने 10-10 रुपये इस खेल में लगाए है, तो हारने वाले को तो कुछ नही मिलेगा पर जीतने वाले को ₹20 की जगह ₹16 ही दिया जाता है, और बचा हुआ ₹4 MPL की कमाई हो जाती है। ऐसे अगर MPL 1 लाख गेम खेलवा लेता है, तो उसे 4 लाख रुपए की कमाई हो जाती है।
वही अगर बात करे binary trading apps या website की तो, इनके पैसे कमाने का भी लगभग वही तरीका है। जब कोई यूजर किसी चीज़ में पैसे लगता है, तो अगर ग्राफ नीचे जाता है, तो यूजर पैसे हर जाता है। लेकिन अगर ग्राफ ऊपर जाता है और इससे जब यूजर की कुछ कमाई होती है, तो वह ट्रेडिंग अप्प या वेबसाइट उसी कमाई में से अपना कुछ कमीसन काटकर उसे यूजर को पैसे दे देता है।
कुल मिलाकर यह सारी एप्स और वेबसाइट अपने एक यूज़र से पैसे लेकर दूसरे यूजर को देती है, और इसमें खुद भी कम आती है।
हिंदी वीडियो में समझने के लिए नीचे देखें।👇