आज गूगल पर हर घंटे, हर मिनट, हर सेकंड न जाने कितनी ही चीज़े सर्च मि जाती है। और गूगल हर सर्च का रिजल्ट एक सेकंड से भी कम समय में लाखो की संख्या में दे देता है। और वह भी हर किसी के लिए गूगल उनके जरूरत और लोकेशन के हिसाब से रिजल्ट दिखाता है। लेकिन क्या कभी आपने सोच है की गूगल सर्च के पीछे क्या कुछ काम होता है? कैसे गूगल इतने कम समय में इतना सटीक रिजल्ट दे देता है? तो चलिए आज जानते है गूगल सर्च के पीछे क्या और कैसे काम होता है।
सबसे पहले आप यह जान ले की गूगल हमारे सर्च करने के बाद जाकर पूरे इंटरनेट पर नही ढूंढता। गूगल के पास बहुत बड़ा सर्वर है जिसमे इंटरनेट पर उपलब्ध दुनियाभर के लगभग सभी अप्प, वेबसाइट का डेटा जमा होता है। और गूगल के रोबोट्स जिन्हें स्पाइडर भी कहते है, हर समय पूरी दुनिया के वेबसाइटों पर जाकर चेक करते रहते है और अगर किसी वेबसाइट पर कोई जानकारी जोड़ी जाती है या कोई नया वेबसाइट बनाया जाता है तो ये स्पाइडर अपने सर्वर में उसे अपडेट करते रहते है।
जिसके बाद अगर हम गूगल पर जाकर कुछ भी सर्च करते है तो गूगल अपने सर्वर के डाटाबेस में से जानकारी निकलकर हमारे सामने प्रस्तुत करता है। परंतु यह भी इतनी आसानी से नही होता, जब कोई गूगल पर सर्च करता है तो यहां गूगल उस हर एक रिजल्ट को दिखाने के लिए लगभग दो सौ से भी अधिक फैक्टर (गुनको) को चेक करता है। सबसे पहले तो यह चेक किया जाता है की जो सर्च किया गया है वह किस स्थान से किया गया है और उस स्थान पर उसे वर्ड का क्या मतलब है। उसके बाद जिस किसी ने इसे सर्च किया है इससे पहले उसने क्या कुछ सर्च किया था। फिर और कई चीज़े गूगल चेक करता है जैसे जो सर्च रिजल्ट में दिखाया जाने वाला है उसमे कोई स्पैम चीज़े तक नही है, वह वेबसाइट कितने लोग विजिट करते है, उस वेबसाइट पर लोग कितना टाइम स्पेंड करते है, उस वेबसाइट के कितने बैकलिंक है, कितने सारे वेबसाइटस ने उस वेबसाइट को रेफेर किया है, सर्च किया गया कीवर्ड उस वेबसाइट के टाइटल और पोस्ट में कितनी बार आता है, किस वेबसाइट को पहले और किसे बाद में दिखाना है इत्यादि। और इतना सबकुछ एक सेकंड से भी कम समय में गूगल के चेक करके यूजर को रिजल्ट दे देता है।
आशा करता हु आपके सभी सवालो के जवाब मिल गए होंगे। और सहायता के लिए नीचे वीडियो देखे।👇
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जिसके बाद अगर हम गूगल पर जाकर कुछ भी सर्च करते है तो गूगल अपने सर्वर के डाटाबेस में से जानकारी निकलकर हमारे सामने प्रस्तुत करता है। परंतु यह भी इतनी आसानी से नही होता, जब कोई गूगल पर सर्च करता है तो यहां गूगल उस हर एक रिजल्ट को दिखाने के लिए लगभग दो सौ से भी अधिक फैक्टर (गुनको) को चेक करता है। सबसे पहले तो यह चेक किया जाता है की जो सर्च किया गया है वह किस स्थान से किया गया है और उस स्थान पर उसे वर्ड का क्या मतलब है। उसके बाद जिस किसी ने इसे सर्च किया है इससे पहले उसने क्या कुछ सर्च किया था। फिर और कई चीज़े गूगल चेक करता है जैसे जो सर्च रिजल्ट में दिखाया जाने वाला है उसमे कोई स्पैम चीज़े तक नही है, वह वेबसाइट कितने लोग विजिट करते है, उस वेबसाइट पर लोग कितना टाइम स्पेंड करते है, उस वेबसाइट के कितने बैकलिंक है, कितने सारे वेबसाइटस ने उस वेबसाइट को रेफेर किया है, सर्च किया गया कीवर्ड उस वेबसाइट के टाइटल और पोस्ट में कितनी बार आता है, किस वेबसाइट को पहले और किसे बाद में दिखाना है इत्यादि। और इतना सबकुछ एक सेकंड से भी कम समय में गूगल के चेक करके यूजर को रिजल्ट दे देता है।
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