Saturday, February 15, 2020

क्या ट्रूकॉलर खतरनाक है? truecaller dangerous hai?


कई सारे वीडियो और पोस्ट में ट्रूकॉलर को खतरनाक बताया गया है। कहा जाता है की ट्रूकॉलर उपयोगकर्ता का कांटेक्ट डिटेल्स चुराता है।  मगर ऐसा नहीं है। जैसा कि आप जानते होंगे ट्रूकॉलर कोई सरकारी कंपनी नहीं है, और ना ही कोई टेलीकॉम कंपनियां इन्हें डाटा प्राइड करती है। मगर अगर हमें कोई अनजान नंबर से कॉल आता है तो truecaller हमें बता देता है कि वह किस व्यक्ति का नंबर है। तो truecaller  जो भी हमें रिजल्ट दिखाता वह सब जानकारी हम जैसे यूज़र से ही लेता है।  जब हम ट्रूकॉलर को अपने फोन में इंस्टॉल करते हैं और रजिस्टर करते हैं, तो सबसे पहले ट्रूकॉलर हमें हमसे कांटेक्ट की परमिशन मांगता है। जिसके बाद वह हमारे स्मार्टफोन में उपलब्ध सभी कांटेक्ट को चेक करता है, और देखता है कि कौन सा नंबर किस व्यक्ति के नाम से सेव किया गया है। और इसे अपने सर्वर पर अपलोड करके रखता है, ताकि अगर आपके कांटेक्ट में से किसी भी नंबर से किसी अनजान व्यक्ति को कॉल जाता है, तो आपके डेटा में से उस व्यक्ति को बताता है, कि आपको किस व्यक्ति का कॉल आ रहा है। इस प्रकार ट्रूकॉलर हमसे हमारा डाटा, सिर्फ हमारे इंफॉर्मेशन को बेहतर बनाने और बेहतर रिजल्ट दिखाने के लिए लेता है।
  और ऐसा भी नहीं है कि ट्रूकॉलर ही एक ऐसा एप्लीकेशन है, जो आपकी कांटेक्ट इनफार्मेशन को जमा करता है। इसके अलावा कई सारे पॉपुलर एप्स जैसे गूगल मैप्स, गूगल पे, पेटीएम इत्यादि आपकी कॉन्टैक्ट इनफॉरमेशन का उपयोग करती है।
   जैसे अगर आप व्हाट्सएप चलाना चाहते हैं, तो आपको व्हाट्सएप को अपना कांटेक्ट इनफार्मेशन इसलिए देना होता है, ताकि व्हाट्सएप देख पाए कि आपके कांटेक्ट में से कौन-कौन व्हाट्सएप पर रजिस्टर्ड है, और उन्होंने क्या कुछ अपडेट किया है।  वहीं अगर आप व्हाट्सएप को अपना कांटेक्ट की जानकारी नहीं देते हैं तो व्हाट्सएप आपके फोन में ठीक से काम नहीं कर पाएगा। तो कुछ ऐसा ही होता है truecaller के साथ में।


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किसी तरह के अनचाहे ई-मेल को आने से कैसे रोके? आने वाले ईमेल को अनसब्सक्राइब कैसे करें? Kisi bhi tarah ke anchahe emails Ko aane se kaise roke? How to unsubscribe email?


जब भी हम किसी नई वेबसाइट या ऐप में रजिस्टर करते हैं, तो वहां हमें अपना मोबाइल नंबर या अपना ईमेल आईडी देना होता है। और इस तरह हमारी ईमेल आईडी कई सारे जगहों पर शेयर हो जाती है। इसके बाद हमें तरह-तरह के कई सारे ईमेल आने लगते हैं, और इससे बहोत चिड़चिड़ा महसूस होता है, तो हम उसे रोकने के उपाय ढूंढने लगते है। तो यहां लगभग ईमेल में उसे अनसब्सक्राइब करने का एक विकल्प होता है। जहां अगर आप किसी ईमेल को अगर अनसब्सक्राइब करते है तो, उस तरह के या उस अप्प और वेबसाइट के ईमेल बाद में नही आते है।
वही ईमेल आने से रोकने के कुछ और उपाय भी हैं, जैसे आप उस ईमेल को ब्लॉक या स्पैम रिपोर्ट कर सकते हैं।
  चलिए देखते हैं यह सब हम किसी ईमेल में कैसे कर सकते हैं।
  1. सबसे पहले आप उस ईमेल को खोल दीजिए जिसे आपको बंद करना है।
  2. इसके बाद आपको उस ईमेल के नीचे देखना है। बिल्कुल अंत में आपको ई-मेल को अनसब्सक्राइब करने के लिए ऑप्शन दिया गया होता है। यहां आपको unsubscribe, out-me, click here लिखा हुआ मिल सकता है। आपको उससे लिंक पर क्लिक करना है।


  3. लिंक पर क्लिक करने के बाद कभी-कभी अपने आप ही अनसब्सक्राइब हो जाता है, पर कुछ ईमेल में आपको अनसब्सक्राइब करने का कारण पूछा जाता है। अगर कारण पूछा जाए तो आपको सही कारण चुनकर सबमिट कर देना है जिसके बाद वह ईमेल अनसब्सक्राइब हो जाएगा।


       वही आप ईमेल के ऊपर दाहिने कोने में बने तीन बिंदु पर क्लिक करके उसे ब्लॉक या रिपोर्ट स्पैम भी कर सकते हैं।  जिसके बाद अगर वहां से आपको कोई ईमेल आता भी है तो वह अपने आप ही स्पैम में चला जाएगा।




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Sunday, February 9, 2020

किसी क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड में सीवीवी क्या होता है? Kisi credit card ya debit card me CVV kya hota hai?


आपके पास अगर एक क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड है तो आपने देखा होगा आपको एक 3 अंकों का सीवीवी कोड देखने को मिलता है, तो चलिये जानते हैं, इसका क्या उपयोग है, और यह हमारे कार्ड के ऊपर क्यों दिया गया होता है।
CVV (card verification value) एक 3 या 4 अंको का कार्ड सिक्योरिटी कोड है, जो कार्ड के द्वारा होने वाले अनाधिकृत लेनदेन को रोकने में मदद करता है। यह visa, master और rupay जैसे कार्ड में, कार्ड के पीछे साइड चुम्बकीय क्षेत्र के नीचे 3 अंकों का होता है। जहां CVV visa card में 4 से शुरू होता है और master card में 5 से। वही amex (american express) कार्ड में, कार्ड के सामने और 4 अंको का होता है।
  अगर आप कार्ड को लेकर किसी तरह का लेनदेन करते हैं जैसे ATM से पैसे निकलते है, या कार्ड से कही पेमेंट करते है, तो इसके लिए सीवीवी का उपयोग नहीं होता है। परंतु जब आप अपने कार्ड के द्वारा ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, जैसे आप कुछ ऑनलाइन खरीदते समय पेमेंट करते हैं, या किसी को पैसे भेजते हैं अपने कार्ड के द्वारा तो, यहां आपको अपना सीवीवी नंबर डालना होता है।  और कोई भी वेबसाइट जहां आप अपने कार्ड से पेमेंट करते हैं आपके सीवीवी को स्टोर नहीं करता है। जिसके फलस्वरूप आप जितनी बार भी अपने कार्ड से ट्रांजैक्शन करना चाहेंगे आपको उतनी बार अपना सीवीवी नंबर डालना होगा।
  ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि अगर आपके कार्ड का डिटेल कहीं लीक हो जाता है, तो आपका सीवीवी नंबर उन तक नहीं पहुंच पाएगा और कार्ड के द्वारा फ्रॉड नही होगा।
   बहुत सारे कार्ड्स में अक्सर सीवीवी कार्ड के पीछे साइड इस लिए दिया जाता है, ताकि अगर कोई कार्ड का फोटो या वीडियो सामने से ले ले तब भी उनको CVV का पता नहीं चल पाएगा।

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रैम क्या होता है? किसी स्मार्टफोन में कितना रैम होना आवश्यक है? Ram kya hota hai? kisi smartphone mein Kitna Ram jaruri hai?


जैसा कि आप जानते होंगे हमारे स्मार्टफोन या कंप्यूटर सिस्टम में दो तरह की मेमोरी होती है। एक तो रैम मेमोरी होती है, वही दूसरा रोम मेमोरी होती है, जिसे हम internal storage भी कहते है।
तो आप यहां internal storage या ROM memory के बारे में तो जानते होंगे। रोम मेमोरी में हमारे स्मार्टफोन या कंप्यूटर सिस्टम का सारा डाटा दूर होता है जैसे एप्स, वीडियोस,फोटोस इत्यादि।
  परंतु यहां रैम मेमोरी का काम कुछ और होता है। जब हम किसी एप्लीकेशन को खोलते हैं, तो यह एप्लीकेशन जहां खुलता है वह जगह रैम मेमोरी का होता है, जब कोई अप्प या सॉफ्टवेयर किसी स्मार्टफोन में या कंप्यूटर सिस्टम में काम करता है, तो यह रैम के ऊपर ही काम करता है। तो यहां जितना ज्यादा रैम होगा उतना ही ज्यादा अप्प्स एक साथ काम कर पाएंगे। अगर रैम कम होगा तो अप्प्स एक साथ कम अप्प्स काम कर पाएंगे और धीरे-धीरे काम कर पाएंगे। परंतु अगर ज्यादा रैम मिलती है, तो एक साथ ज्यादा अप्प्स और ज्यादा तेजी से काम कर पाएंगे।
  परंतु ऐसा भी नहीं है कि, किसी स्मार्टफोन या कंप्यूटर सिस्टम में रैम ही सब कुछ होता है। किसी भी स्मार्टफोन या कंप्यूटर सिस्टम को काम करने के लिए रैम से ज्यादा एक अच्छे प्रोसेसर की जरूरत होती है। अगर रैम बहुत ज्यादा दे दिया जाए परंतु उसमें एक अच्छा प्रोसेसर नहीं है, तो यहां रैम किसी भी काम का नहीं है।
   पहले के समय में किसी स्मार्टफोन में 512mb तो किसी स्मार्टफोन में 1 से 2gb तक का रैम दिया जाता था। और इतने में सभी एप्लीकेशन अच्छे से काम कर लेते थे। परंतु आज सभी एप्लीकेशन बड़े साइज के हो गए हैं, और यह ज्यादा से ज्यादा रैम का उपयोग करते हैं। इसलिए आज के समय में किसी स्मार्टफोन में कम से कम 4gb या उससे ज्यादा रैम का होना आवश्यक हो गया है।

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कोई भी डिलीट हुआ फाइल, फोटो या वीडियो को मिनटों में वापस लाएं। एंड्रॉयड स्मार्टफोन के लिए रीसायकल बिन। Koi bhi delete hua file, photo ya video ko minutes mein wapas laye. Recycle bin for Android smartphone.


अगर आप एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करते हैं, तो आपने देखा होगा कई बार हमसे जाने-अनजाने में कोई फाइल फोटो या वीडियो डिलीट हो जाता है। जिसके बाद हम उसे ढूंढते हैं और नहीं मिलता है, तो सोचते हैं काश कोई ऐसा सॉफ्टवेयर होता जिसकी मदद से हम अपने डिलीट हुए फाइल फोटो से वीडियो को रिस्टोर कर सकते।  अगर आपने देखा हो तो विंडोस कंप्यूटर सिस्टम में आपको एक रीसायकल बिन (Recycle bin) का ऑप्शन देखने को मिलता है, जिसमें अगर आप कोई फाइल, फोटो या वीडियो को डिलीट करते हैं, तो वहां से बहुत ही आसानी से उसे वापस ला सकते हैं। तो कुछ ऐसा ही आप अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में भी बना सकते हैं, एक रीसाइकिल बिन। जिसके बाद अगर आप कुछ भी डिलीट करते हैं, अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन से तो, उसे बहुत ही आसानी से मिनटों में वापस ला सकते हैं।
  इसके लिए आपको कई सारे फ्री और पेड सॉफ्टवेयर मिल जाते हैं, परंतु मैं आपको dr.fone का उपयोग करने की सलाह दूंगा। dr.fone एक फ्री सॉफ्टवेयर है और ट्रस्टेड भी है, जो wondershare की ओर से आता है।
  इसे आप गूगल प्ले स्टोर पर सर्च करके बहोत आसानी से डाऊनलोड कर सकते है।

  जब आप इस ऐप को इंस्टॉल करके पहली बार ओपन करेंगे तो, आपको इसे कुछ परमिशन देने होंगे। जिसके बाद इस ऐप को खोलते ही आपको यहां कई सारे ऑप्शन दिखाई देंगे।

  चित्रानुसार
  1.  यहां से आप किसी भी डिलीट हुए फाइल, फोटो या वीडियो को रिकवर कर सकते हैं, जिसे आपने इस एप्लीकेशन को इंस्टॉल करने से पहले डिलीट किया था।
  2.  यहां से आप अपने मोबाइल और कंप्यूटर के बीच डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं इस एप्लीकेशन की मदद से।
  3.  यहां से आप किसी एंड्रॉयड स्मार्टफोन का बैकअप ले सकते हैं।
  4.  यह रीसायकल बिन है, जहां आपको अपने डिलीट किए हुए फाइल, फोटोस या वीडियोस देखने को मिल जाएंगे, और आप यहां से इसे बहुत आसानी से वापस भी ला सकते हैं।
  5. यह स्विच है,  जहां से आप किसी एक स्मार्टफोन का सारा डाटा किसी दूसरे स्मार्टफोन में एक साथ ट्रांसफर कर सकते हैं।
  6. यहां आपको किसी स्मार्ट फोन को रूट करने का ऑप्शन मिल जाता है। इसकी मदद से आप किसी अनरूटेड डिवाइस को रूठ कर सकते हैं।

हिंदी वीडियो के जरिए और बेहतरीन समझने के लिए नीचे देखें।👇


व्हाट्सएप, फ़ेसबुक मैसेंजर, वाइबर या स्काइप कॉल्स को कैसे रिकॉर्ड करे? बेस्ट कॉल रिकॉर्डर अप्प। WhatsApp Facebook messenger Viber ya Skype call ko kaise record Karen? Android ke liye best call recorder app।


अगर आप कॉल रिकॉर्डर ऐप सर्च करते हैं तो आपको कई सारे एप्लीकेशन देखने को मिल जाएंगे। परंतु सबके अंदर कुछ ना कुछ कमियां रहती है। तो चलिए जानते कौन सा ऐसा बेस्ट एप्लीकेशन होगा कॉल रिकॉर्डिंग के लिए जिसके माध्यम से हम किसी भी प्रकार के कॉल को रिकॉर्ड कर सकते हैं।
यहां Cube ACR कॉल रिकॉर्डर अप्प का उपयोग कर सकते है। cube ACR के माध्यम से आप किसी भी प्रकार के कॉल को बहुत ही आसानी से एक और कर सकते हैं। चाहे वह व्हाट्सएप कॉल हो, फ़ेसबुक मैसेंजर, वाइबर या स्काइप कॉल्स।

ऐप के बारे में और अधिक जानकारी के लिए और डाउनलोडिंग लिंक के लिए नीचे वीडियो देखें।👇

ऑनलाइन या ऑफलाइन वस्तुओं की बिक्री पर ऐसे ग्राहकों को मूर्ख बनाया जाता है। Online ya offline vastuon ki bikri per Aise Grahko ko murkh banaya jata hai।


चाहे हम कितने भी स्मार्ट कंज्यूमर हो कंपनियां अक्सर हमे अपने झांसे में ले लेती है, और ग्राहकों को फेक डिस्काउंट दिखाकर कम कीमत की वस्तु को ज्यादा कीमत में भी बेच देती है तो कभी कम मात्रा के वस्तु को भी ज्यादा कीमत पर बेंच देती है।
    आपको क्या लगता है ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइट पर दिखाए गए वस्तुओं के कीमत सही होते हैं?  अगर आप गौर करेंगे तो देखेंगे की ऑनलाइन इकॉमर्स वेबसाइट पर दिखाए गए किसी भी वस्तुओं की कीमत सही नहीं होते हैं। अक्सर वहां एक फेक कीमत दिखाई जाती है जिसे काटकर असली कीमत पर वस्तु को बेचा जाता है, और बताया जाता है कि इतना डिस्काउंट दिया जा रहा है।  जैसे अगर कोई फोन ₹10000 में लॉन्च हुआ है, तो ई-कॉमर्स वेबसाइट पर दिखाया जाता है, कि यह फोन ₹13000 का है परंतु आपको कुछ परसेंट डिस्काउंट करके ₹10000 में दिया जा रहा है। जबकि उस फोन की कीमत कभी भी ₹13000 नहीं रखी गई होती है। इस तरह ऑनलाइन किसी वस्तु की कीमत को बढ़ाकर दिखाया जाता है, ताकि ग्राहकों को लगे कि उन्हें डिस्काउंट दिया जा रहा है। और वे ज्यादा से ज्यादा वस्तुओं की खरीदी करें।
वहीं अगर हम ऑफलाइन मार्केट की बात करें तो, ऑफलाइन मार्केट में फेक प्राइसिंग तो नहीं दिखाई जाती, परंतु यहां कई सारी कम मात्रा की वस्तुएं आपको ज्यादा कीमत पर बेंच दी जाती है। अगर हम इसे उदाहरण के तौर पर समझे तो मान लेते हैं हम एक-एक रुपए के छोटे पैक 50 शैंपू लेते हैं। और प्रत्येक पैक में 25g मात्रा है, तो हमे टोटल 25g × 50 = 1250g मिलता है। परंतु अगर हम एक ₹50 का वही शैम्पू बोतल लेते है तो वहां हमे वहां 1000g या 9000g का ही मात्रा वाली बोतले मिलती है। वहीं कुछ वस्तुओं में फेक डिस्काउंट दिखाया जाता है। जैसे अगर कोई वस्तु ₹20 में 500g पैक मिल रहा है, तो उस पैक पर अगर कुछ % ज्यादा दिया जाता है, तो उसकी मात्रा नही बढ़ाई जाती बस उस पैक पर 10%, 20% extra लिख दिया जाता है। और ग्राहक समझते है इस पैक में ज्यादा मात्रा दी जा रही है, और उसे ज्यादा खरीदते है।
ऊपर तो हमने बताया जिन वस्तुओं में आपको MRP ( maximum retail price )/अधिकतम खुदरा मूल्य लिखा मिलता है उसके बारे में। परंतु कई सारी वस्तुएं ऐसी हैं जिन पर MRP नहीं लिखा होता जैसे कपड़े, जूते और कई ऐसे वस्तुएं जिनका कोई अच्छा-खासा ब्रांड नहीं होता, इन पर कंपनियां या दुकानदार अपने हिसाब से जितना चाहे उतना ज्यादा मार्जिन ऐड कर देते हैं।

हिंदी वीडियो में समझने के लिए नीचे देखें।👇


फेसबुक अकाउंट डिलीट कैसे करें? Facebook account it delete kaise karen?


फेसबुक पर बार-बार होने वाले डाटा लीक से बहुत सारे लोग परेशान हैं, और वे अपने अकाउंट को डिलीट करना चाहते हैं। तो अगर आप भी किसी कारण से अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए अपने फेसबुक अकाउंट को आप डिलीट कर सकते हैं।
1. सबसे पहले अपने फोन में फेसबुक ऐप को खोल ले। और फिर इसमें ऊपर दाहिने ओर दिए गए 3 लाइन के ऊपर क्लिक करें।

2.  क्लिक करने के बाद आपके पास बहुत सारे ऑप्शन आ जाएंगे जिसमें से आपको सेटिंग्स एंड प्राइवेसी (settings and privacy) पर क्लिक करना है। 

3.  settings and privacy पर क्लिक करते ही आपके पास नीचे ही सेटिंग्स का ऑप्शन दिखेगा जिस पर आप को क्लिक करना है।

4.  सेटिंग्स पर क्लिक करने के बाद आपको बहुत सारे ऑप्शन दिखाई देंगे जिसे नीचे स्क्रॉल करते हुए आपको एकाउंट ओनरशिप एंड कंट्रोल (Account ownership and control) पर क्लिक करना है।

5.  यहां आपको तीन ऑप्शन दिखाई देंगे। जिसमें से पहले ऑप्शन में जाकर आप सेटिंग कर सकते हैं, कि आप के बाद आपके या आपके ना होने के बाद आपके अकाउंट को कौन मैनेज कर सकता है।
वहीं दूसरी ऑप्शन में आप अपने अकाउंट को डिलीट कर सकते हैं। तो अकाउंट डिलीट करने के लिए आपको दूसरा ऑप्शन पर क्लिक करना है।

6.  जैसे ही आप डी एक्टिवेशन एंड डीलीशन (deactivation and deletion) पर क्लिक करेंगे आपके पास यहां दो ऑप्शन दिखाई देंगे।

  जहां पहले ऑप्शन पर क्लिक करके अगर आप सेटिंग सेव कर देते हैं, तो आपका अकाउंट कुछ समय के लिए डीएक्टिवेट हो जाएगा। जब तक आप वापस से अपने फेसबुक अकाउंट में लॉगिन नहीं करते यह डिएक्टिवेट ही रहेगा। यहां एक तरह से आपके एकाउंट को कुछ समय के लिए छुपा दिया जाता है, और जब आप वापस अपने अकाउंट में लॉगिन करते हैं, तो आपका अकाउंट वापस से एक्टिवेट हो जाता है।
   वहीं अगर आप दूसरे ऑप्शन पर क्लिक करके सेव करते हैं, तो यहां से आपका फेसबुक अकाउंट हमेशा के लिए डिलीट हो जाता है। तो अगर आपको आपका फेसबुक अकाउंट हमेशा के लिए डिलीट करना है तो दूसरे ऑप्शन पर क्लिक करके नीचे कंटिन्यू तो डीलीट एकाउंट पर क्लिक करना है।
जिसके बाद फेसबुक में आपको आपका पासवर्ड कंफर्म करने के लिए कहा जाएगा। एक बार जब अपना पासवर्ड डालकर सेव कर देते हैं तो कुछ 7 से 14 दिनों के अंदर आपका फेसबुक अकाउंट हमेशा के लिए डिलीट हो जाता है।

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Saturday, February 1, 2020

भारत बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट। भारत में टॉप 5 स्मार्टफोन ब्रांड । BBK ग्रुप स्मार्टफोन। Bharat banaa duniya ka sabse bada smartphone market | Bharat ke top 5 smartphone brand | bbk group smartphone.

2019 में चीन के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट बन गया है। इससे पहले अमेरिका दूसरे स्थान पर था जिसे पछाड़कर भारत अब दूसरे स्थान पर आ गया है, और अमेरिका तीसरे स्थान पर।  मतलब 2019 में अमेरिका के मुकाबले भारत में ज्यादा स्मार्टफोन बेचे गए हैं।
वही रिसर्च में यह भी सामने आया है, कि भारत में चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का दबदबा बढ़ा है। जहां पहले चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का शेयर 60% था, वहीं अब यह बढ़कर 72% हो गया है। जिसमे से अकेले BBK Group का शेयर 37% है।  अगर आपको पता ना हो तो बता दूं, BBK Group कई बड़े चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का मुख्य कंपनी है। इसके अंदर ही ओप्पो, वीवो, रियलमी और वनप्लस (Oppo, Vivo, Realme, OnePlus) आते है।
अगर हम बात करें भारत के टॉप 5 स्मार्टफोन कंपनी की, तो इसमें से 4 स्मार्टफोन कंपनियां चाइनीस स्मार्टफोन कंपनियां ही हैं। 2019 के भारत के टॉप 5 स्मार्टफोन कंपनी निम्न है:
1. सिओमी (Xiaomi)
2. सैमसंग (Samsung)
3. वीवो (Vivo)
4. ओप्पो (Oppo)
5. रियलमी (Realme)

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UPI भुगतान लिमिट। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम का नया नियम UPI भुगतान के लिए। UPI payment request limit। NPCI new rules on UPI transactions.


अगर आप किसी भी तरह के UPI पेमेंट अप्प जैसे Paytm, google pay, PhonePe या कोई और अप्प का उपयोग करते है, तो आपने देखा होगा वहां आपको पेमेंट भेजने और Request (निवेदन) करने का ऑप्शन मिलता है। जहां NPCI (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) ने पेमेंट भेजने में कोई बदलाव नही किया है, पर भुगतान निवेदन (Payment Request) में एक बदलाव किया गया है जहां हर ट्रांसजक्शन के लिए 2000 रुपए की लिमिट लगा दी गयी है। मतलब अब कोई व्यक्ति एक बार में UPI के द्वारा 2000 रुपए से ज्यादा का payment request नही भेज सकता।
ऐसा UPI से होने वाले फ्रॉड को रोकने या कम करने के लिए किया गया है। कुछ समय से देखा जा रहा है, की UPI की द्वारा पेमेंट निवेदन करके ठगी करने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। जहां अगर कोई व्यक्ति को UPI के बारे में ज्यादा जानकारी नही है, तो उसके साथ अक्सर फ्रॉड होता है।
इसमे फ्रॉडस्टर किसी बहाने UPI उपयोगकर्ता को कहता है, की मैं आपको पेमेंट भेज रहा हूँ, और आपको उसे लेने के लिए अपने UPI अप्प में जाकर pay पर क्लिक करके अपना upi pin डालना है जिसके बाद पैसे आपके एकाउंट में आ जाएंगे, परंतु वहां पर फ्रॉडस्टर पैसे भेजने के बजाय पैसे रिक्वेस्ट करता है, और जब UPI यूजर उसपर क्लिक करते है और ऊना UPI pin डालते है, तो उनके अकॉउंट से पैसे कटकर फ्रॉडस्टर के एकाउंट में चला जाता है।
पहले इसके लिए कोई लिमिट नही थी, जिसके कारण बड़े-बड़े फ्रॉड किया जा रहे थे। पर अब जब इस तरह की लिमिट लगा दी गयी है तो UPI फ्रॉड में बहुत कमी आएगी। अगर किसी के साथ फ्रॉड होता भी है, तो बहुत काम राशि का होगा।

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अपने आसपास के लोगों को इंस्टाग्राम पर कैसे ढूंढे? Apne aaspaas ke logon Ko Instagram per kaise dhundhe? Instagram tricks।

 आज के समय में इंस्टाग्राम के बहुत सारे यूजर हैं। और दिन-ब-दिन यह संख्या बढ़ती ही जा रही है। तो अगर आप एक इंस्टाग्राम यूजर है, तो क्या आपको पता है कि इंस्टाग्राम पर आप अपने आसपास के लोगों को ढूंढ सकते हैं, जिन्होंने किसी जगह को टैग करके कोई पोस्ट किया है? अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं चलिए इस पोस्ट में देख लेते हैं।  इंस्टाग्राम पर अपने आसपास के लोगों के पोस्ट को ढूंढने के लिए नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करें।👇
1. सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में इंस्टाग्राम को खोल लें, और इसमें सर्च के आइकन पर क्लिक करें।


2. अब यहां से सर्च बार पर क्लिक करें।


3. सर्च बार पर क्लिक करते ही आपको चार ऑप्शन दिखाई देंगे, जिसमें से आपको चौथे ऑप्शन "प्लेस" (Places) पर क्लिक करना है।


4. यहां क्लिक करते ही आपको थोड़ा नीचे "Nearby places"  का एक ऑप्शन दिखेगा, जिसपर आपको क्लिक करना है।


5. अब आप जहां पर हैं, वहां के आसपास की सभी पॉपुलर जगह जिसे इंस्टाग्राम पर टैग किया गया है, का एक लिस्ट आ जाएगा जिसमें से आपको उस जगह के ऊपर टैप करना है जहां पर आप हैं।


6. उस जगह के ऊपर टाइप करते ही आपके पास बहुत सारे पोस्ट आ जाएंगे, जो भी उस जगह को टैग करके पोस्ट किए गए हैं।


7. जिसमें से आपको दो ऑप्शन देखने को मिलेंगे पहला टॉप पोस्ट और दूसरा रेसेंट पोस्ट (Recent) अब अगर आप यहां पर रेसेंट पर क्लिक करते हैं, तो आप देख पाएंगे कि जहां पर आप हैं, वहां आसपास के लोगों ने क्या पोस्ट किया है, कितने देर पहले पोस्ट किया है और हो सकता है, इनमें से कोई आपके आसपास भी हो।


हिंदी वीडियो में समझने के लिए नीचे देखें।👇


खोए हुए कांटेक्ट को वापस कैसे लाएं? गूगल कॉन्टैक्ट्स बैकअप और रिस्टोर कैसे करे? Khoye hue contacts ko wapas kaise laye? Google contacts backup or restore kaise karen?

   अगर किसी एंड्राइड फोन में कांटेक्ट को हमेशा के लिए सुरक्षित करके रखना है, तो इसके लिए सबसे बेहतर तरीका है, गूगल कांटेक्ट के अंदर उसका बै...