आपने देखा हो तो यूट्यूब अन्य वेबसाइट के मुकाबले बहुत कम डाटा स्पीड में भी बहुत अच्छा एक्सपीरियंस देता है, बिना अटके भी वीडियो अच्छे से चलता है। और अन्य वेबसाइट या एप्स के मुकाबले यह डाटा भी बहुत कम कंज्यूम करता है तो आखिर यूट्यूब ऐसा कैसे कर पाता है?
जब कोई वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया जाता है तो यह वीडियो का ओरिजिनल फाइल साइज यूट्यूब के सर्वर में स्टोर हो जाता है। और फिर जब कोई व्यक्ति यूट्यूब पर उस वीडियो को देखता है, तो उसके डाटा स्पीड के हिसाब से उसे अलग-अलग फाइट साइज में अलग-अलग वीडियो क़्वालिटी में उस वीडियो को दिखाया जाता है। मतलब अगर किसी यूजर का इंटरनेट स्पीड कम है तो उसे उसी वीडियो को कम रेसुलशन ( कम क्वालिटी ) में दिखाया जाता है ताकि वह वीडियो बिना अटके हुए और कम डाटा कंज्यूम करते हुए अच्छे से चल सके। वहीं अगर किसी यूज़र का इंटरनेट डाटा स्पीड अच्छा है तो उसे वही वीडियो को ज्यादा रेसुलशन ( अच्छी क्वालिटी ) में दिखाया जाता है क्योंकि वह व्यक्ति उस वीडियो को अच्छी पिक्चर क्वालिटी में बिना अटके भी देख पाता है।
और सहायता के लिए वीडियो देखें👇
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