जैसे म्यूच्यूअल का हिंदी अर्थ होता है सामूहिक वैसे ही म्यूच्यूअल फंड का मतलब होता है सामूहिक फंड जिसमें कई सारे लोग सामूहिक रूप से इन्वेस्ट करते हैं।
Mutual Fund में थोड़ा रिक्स भी होता है, पर लंबे समय तक निवेश के लिए काफी अच्छा माना जाता है। सामूहिक रूप से निवेश किए गए राशि को किसी एक्सपर्ट द्वारा अलग-अलग जगह पर निवेश किया जाता है और जैसा इसका रिटर्न आता है उसी के आधार पर अलग-अलग लोगों द्वारा निवेश किए गए राशि के अनुसार उन्हें उसका वितरण कर दिया जाता है। म्यूच्यूअल फंड अलग-अलग तरह के होते हैं कुछ मचल फंड में ज्यादा रिटर्न्स मिलता है तो उसमें ज्यादा जोखिम भी होता है, वहीं कुछ म्यूच्यूअल फंड्स आपको कम रिटर्न्स देते हैं पर उसमें जोखिम भी बिल्कुल ना के बराबर होता ह, वही कुछ म्यूच्यूअल फंड बैलेंस फंड होते हैं जिनमें थोड़ा जोखिम होता है तो रिटर्न मीडियम ही मिलता है।
वैसे तो म्यूच्यूअल फंड्स कई तरह के होते हैं
1. equity mutual funds
2. balanced mutual funds
3. debt mutual funds
1. equity mutual funds : इस तरह के म्यूचुअल फंड्स में निवेश किए गए राशि का अधिकतम भाग शेयर मार्केट या किसी ऐसे ही जगह पर लगाया जाता है जहां पर जोखिम ज्यादा होता है तो वही रिटर्न भी त्वरित और अधिक मिलने की संभावना होती है।
2. balanced mutual funds : इस तरह के मुचल फंड में जमा हुए राशि का कुछ भाग लगभग आधा भाग शेयर मार्केट जैसी जगहों पर लगाया जाता है, वही बचा हुआ इसका आधा भाग गवर्नमेंट फंडिंग या ऐसे ही किसी जगह पर लगाए जाते हैं जहां जोखिम कम होता है या बिल्कुल ना के बराबर होता है और इस तरह के फंड्स में रिटर्न भी बैलेंस मतलब मीडियम होता है।
3. debt mutual funds : इस तरह के म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश की गई राशि को किसी ऐसे जगह पर निवेश किया जाता है जहां जोखिम बिल्कुल कम हो या ना के बराबर हो जैसे गवर्नमेंट फंडिंग इत्यादि। और क्योंकि इस म्यूच्यूअल फण्ड में जोखिम बिल्कुल कम होता है, इसलिए इसमें रिटर्न भी कम ही मिलता है। इसका रिटर्न अक्सर देखा जाता है की फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट के समान ही होता है।
अगर आप म्यूचल फंड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आपको यह बात ध्यान रखना होगा कि अलग-अलग समय अवधि के लिए आप अलग-अलग तरह के मुचल फंड को चुन सकते हैं पर ध्यान रहे म्यूच्यूअल फंड में से कुछ म्यूच्यूअल फंड को आप कभी भी निकाल सकते हैं वहीं कुछ मुचल फंड एक लॉकिंग पीरियड में आते हैं जिसमें अगर आप इन्वेस्ट करते हैं तो आपको इतने समय तक के बाद ही आप अपने राशि को निकाल पाएंगे।
और सहायता के लिए यह वीडियो देखें👇
Mutual Fund में थोड़ा रिक्स भी होता है, पर लंबे समय तक निवेश के लिए काफी अच्छा माना जाता है। सामूहिक रूप से निवेश किए गए राशि को किसी एक्सपर्ट द्वारा अलग-अलग जगह पर निवेश किया जाता है और जैसा इसका रिटर्न आता है उसी के आधार पर अलग-अलग लोगों द्वारा निवेश किए गए राशि के अनुसार उन्हें उसका वितरण कर दिया जाता है। म्यूच्यूअल फंड अलग-अलग तरह के होते हैं कुछ मचल फंड में ज्यादा रिटर्न्स मिलता है तो उसमें ज्यादा जोखिम भी होता है, वहीं कुछ म्यूच्यूअल फंड्स आपको कम रिटर्न्स देते हैं पर उसमें जोखिम भी बिल्कुल ना के बराबर होता ह, वही कुछ म्यूच्यूअल फंड बैलेंस फंड होते हैं जिनमें थोड़ा जोखिम होता है तो रिटर्न मीडियम ही मिलता है।
वैसे तो म्यूच्यूअल फंड्स कई तरह के होते हैं
Fixed income funds. ...
Equity funds. ...
Balanced funds. ...
Index funds. ...
Specialty funds. ...
Fund-of-funds. ...
Diversify by investment style.
पर यहां हम मुख्यतः तीन तरह के म्युचुअल फंड्स के बारे में बात करेंगे जिसमे मुख्यतः सभी फंड्स जाते हैं1. equity mutual funds
2. balanced mutual funds
3. debt mutual funds
1. equity mutual funds : इस तरह के म्यूचुअल फंड्स में निवेश किए गए राशि का अधिकतम भाग शेयर मार्केट या किसी ऐसे ही जगह पर लगाया जाता है जहां पर जोखिम ज्यादा होता है तो वही रिटर्न भी त्वरित और अधिक मिलने की संभावना होती है।
2. balanced mutual funds : इस तरह के मुचल फंड में जमा हुए राशि का कुछ भाग लगभग आधा भाग शेयर मार्केट जैसी जगहों पर लगाया जाता है, वही बचा हुआ इसका आधा भाग गवर्नमेंट फंडिंग या ऐसे ही किसी जगह पर लगाए जाते हैं जहां जोखिम कम होता है या बिल्कुल ना के बराबर होता है और इस तरह के फंड्स में रिटर्न भी बैलेंस मतलब मीडियम होता है।
3. debt mutual funds : इस तरह के म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश की गई राशि को किसी ऐसे जगह पर निवेश किया जाता है जहां जोखिम बिल्कुल कम हो या ना के बराबर हो जैसे गवर्नमेंट फंडिंग इत्यादि। और क्योंकि इस म्यूच्यूअल फण्ड में जोखिम बिल्कुल कम होता है, इसलिए इसमें रिटर्न भी कम ही मिलता है। इसका रिटर्न अक्सर देखा जाता है की फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट के समान ही होता है।
अगर आप म्यूचल फंड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आपको यह बात ध्यान रखना होगा कि अलग-अलग समय अवधि के लिए आप अलग-अलग तरह के मुचल फंड को चुन सकते हैं पर ध्यान रहे म्यूच्यूअल फंड में से कुछ म्यूच्यूअल फंड को आप कभी भी निकाल सकते हैं वहीं कुछ मुचल फंड एक लॉकिंग पीरियड में आते हैं जिसमें अगर आप इन्वेस्ट करते हैं तो आपको इतने समय तक के बाद ही आप अपने राशि को निकाल पाएंगे।
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