इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज (IUC) एक प्रकार का शुल्क है जो एक टेलीकॉम ऑपरेटर दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर के नेटवर्क पर कॉल करने के लिए देता है। यह लेनदेन TRAI (Telecom regulatory Authority of India) के द्वारा होता है।
जब एक मोबाइल ऑपरेटर दूसरे मोबाइल ऑपरेटर के नेटवर्क पर कॉल करता है तो, कॉल करने वाले नेटवर्क को 6 पैसे प्रति मिनट उस नेटवर्क को देने होते हैं जिस पर उसने कॉल किए हैं। कॉल किए जाने वाले मिनट्स अगर दो नेटवर्क के बीच एक जैसे हो तो दोनों में से किसी को IUC चार्जेस देने की आवश्यकता नहीं होती। वहीं अगर कोई एक नेटवर्क दूसरे नेटवर्क पर ज्यादा कॉल करता है, तो आए हुए कॉल मिनट्स को माइनस करके बचे हुए मिनट के लिए पैसे देने होते हैं। इन पैसों की लेनदेन मंथली बेसिस पर TRAI के द्वारा होती है। TRAI कोशिश करता रहा है कि IUC चार्जर्स को पूरी तरह खत्म कर दिया जाए।
पहले लोगों को इसके बारे में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं थी पर जब जिओ ने 10th अक्टूबर 2019 को IUC के लिए jio से दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के लिए ग्राहकों से अतिरिक्त शुल्क लेना शुरू किया। तब ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पता चला।
और सहायता के लिए वीडियो देखें👇
जब एक मोबाइल ऑपरेटर दूसरे मोबाइल ऑपरेटर के नेटवर्क पर कॉल करता है तो, कॉल करने वाले नेटवर्क को 6 पैसे प्रति मिनट उस नेटवर्क को देने होते हैं जिस पर उसने कॉल किए हैं। कॉल किए जाने वाले मिनट्स अगर दो नेटवर्क के बीच एक जैसे हो तो दोनों में से किसी को IUC चार्जेस देने की आवश्यकता नहीं होती। वहीं अगर कोई एक नेटवर्क दूसरे नेटवर्क पर ज्यादा कॉल करता है, तो आए हुए कॉल मिनट्स को माइनस करके बचे हुए मिनट के लिए पैसे देने होते हैं। इन पैसों की लेनदेन मंथली बेसिस पर TRAI के द्वारा होती है। TRAI कोशिश करता रहा है कि IUC चार्जर्स को पूरी तरह खत्म कर दिया जाए।
पहले लोगों को इसके बारे में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं थी पर जब जिओ ने 10th अक्टूबर 2019 को IUC के लिए jio से दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के लिए ग्राहकों से अतिरिक्त शुल्क लेना शुरू किया। तब ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पता चला।
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